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गर्मियों का मौसम अपने साथ कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लेकर आता है, खासतौर पर बच्चों के लिए। इन समस्याओं में से एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है नाक से खून आना, जिसे आमतौर पर नकसीर कहा जाता है। यह समस्या गर्मी में अधिक देखने को मिलती है, और जब यह बच्चों को होती है, तो माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। हालांकि नकसीर आमतौर पर गंभीर नहीं होती, लेकिन इसके कारण, लक्षण और इलाज के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है।

इस लेख में हम जानेंगे कि गर्मी के मौसम में बच्चों को नकसीर क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं, इससे कैसे बचा जा सकता है और इलाज के क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं।

  1. नकसीर क्या है और यह क्यों होती है?

नकसीर यानी नाक से खून आना एक सामान्य समस्या है, खासकर गर्मी के मौसम में। बच्चों की नाक की नसें बहुत नाजुक होती हैं, और जब गर्म हवा या लू के संपर्क में आती हैं, तो ये नसें सूख जाती हैं और फट जाती हैं, जिससे खून बहने लगता है। गर्मियों में तेज धूप, शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन), और बार-बार नाक में ऊँगली डालने जैसी आदतें नकसीर के प्रमुख कारण हैं।

इसके अलावा एलर्जी, सर्दी-जुकाम, धूल-मिट्टी, और अत्यधिक सूखी हवा भी नकसीर की समस्या को बढ़ा सकती है। कुछ मामलों में यह समस्या विटामिन की कमी या नाक में चोट लगने से भी हो सकती है।

  1. बच्चों में नकसीर के सामान्य लक्षण

नकसीर का सबसे साफ़ लक्षण है नाक से अचानक खून आना। लेकिन इसके अलावा भी कुछ लक्षण होते हैं, जिनसे माता-पिता को सतर्क हो जाना चाहिए:

  • नाक के एक या दोनों छिद्रों से खून आना
  • खून के साथ म्यूकस (चिपचिपा पदार्थ) आना
  • बच्चा घबराया हुआ लगना या चक्कर आना
  • सिरदर्द या चेहरे में भारीपन महसूस होना
  • बार-बार नाक खुजलाना या नाक में जलन की शिकायत

यदि नकसीर बार-बार हो रही है या खून बहना 10-15 मिनट से अधिक समय तक नहीं रुकता, तो यह संकेत है कि डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।

  1. नकसीर से बचाव के उपाय

गर्मी में नकसीर से बचाव के लिए कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • बच्चों को हाइड्रेटेड रखें:
    गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी नकसीर का एक मुख्य कारण बन सकती है। बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ आदि पीने को दें।
  • नाक को नमी प्रदान करें:
    नाक के अंदर की त्वचा को नम बनाए रखना जरूरी है। आप डॉक्टर की सलाह से नाक में कोई मॉइस्चराइजर या नारियल तेल की हल्की परत लगा सकते हैं।
  • नाक में ऊँगली डालने से रोकें:
    बच्चों को बार-बार नाक में ऊँगली डालने की आदत से रोकें, क्योंकि इससे नाक की नसें जल्दी फट सकती हैं।
  • घर में हवा को नम बनाए रखें:
    एयर कंडीशनर और गर्म हवा नाक को सुखा देती है। आप कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं या एक बर्तन में पानी रख सकते हैं ताकि वातावरण में नमी बनी रहे।
  • धूप से बचाव करें:
    बच्चों को दोपहर के समय धूप में खेलने से बचाएं। यदि बाहर जाना जरूरी हो तो सिर पर टोपी पहनाएं और छायादार जगहों पर रखें।
  • नकसीर होने पर क्या करें?

यदि बच्चे को अचानक नकसीर हो जाए, तो घबराएं नहीं। इन प्राथमिक उपायों को अपनाएं:

  • बच्चे को शांत रखें और बैठा दें। लेटने से खून गले में जा सकता है जिससे उल्टी हो सकती है।
  • बच्चे का सिर थोड़ा आगे की ओर झुकाएं, ताकि खून बाहर निकले, अंदर न जाए।
  • नाक के ऊपरी हिस्से को हल्के से दबाएं और 5-10 मिनट तक दबाए रखें।
  • बर्फ की थैली या ठंडा कपड़ा नाक पर रखें, इससे रक्त वाहिकाएं संकुचित होती हैं और खून बहना बंद हो सकता है।
  • यदि खून 15 मिनट से ज्यादा नहीं रुकता या बार-बार नकसीर होती है, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
  1. कब डॉक्टर से संपर्क करें?

हालांकि नकसीर सामान्यतः गंभीर नहीं होती, लेकिन यदि निम्नलिखित लक्षण दिखें, तो विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है:

  • बार-बार नकसीर होना (सप्ताह में 2-3 बार)
  • खून के साथ चक्कर, थकावट, या कमजोरी महसूस होना
  • नाक में किसी तरह की चोट लगने के बाद नकसीर होना
  • खून का रंग गाढ़ा या काला होना
  • बच्चे को खून बहने के साथ तेज सिरदर्द या बुखार होना

निष्कर्ष

गर्मियों में नकसीर बच्चों के लिए असुविधाजनक हो सकती है, लेकिन सही जानकारी और सावधानियों से इस पर आसानी से काबू पाया जा सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की दिनचर्या, खानपान और आदतों पर ध्यान दें और उन्हें हाइड्रेटेड रखें। यदि नकसीर बार-बार हो रही हो, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें। जानकारी और जागरूकता ही किसी भी समस्या का सबसे अच्छा समाधान है।

 

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