आज का युग पूरी तरह डिजिटल हो गया है। मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और टीवी जैसे स्क्रीन डिवाइसेज़ हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। ऑफिस का काम हो या बच्चों की पढ़ाई, हर चीज अब स्क्रीन पर निर्भर हो गई है। इस डिजिटल आदत ने जहां सुविधाएं बढ़ाई हैं, वहीं हमारी आंखों की सेहत को बड़ा नुकसान भी पहुंचाया है।
लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से आंखों में जलन, धुंधलापन, सिरदर्द और ड्राई आई जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि हम अपनी आंखों की रोशनी को कैसे बचा सकते हैं और उसे लंबे समय तक स्वस्थ कैसे रख सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान और कारगर उपाय।
-
20-20-20 नियम अपनाएं
डिजिटल स्क्रीन का सबसे बड़ा नुकसान हमारी आंखों को होता है, क्योंकि हम लगातार बिना पलकें झपकाए स्क्रीन पर देखते रहते हैं। इससे आंखें थक जाती हैं और ड्राई हो जाती हैं।
क्या है 20-20-20 नियम?
हर 20 मिनट पर, 20 फीट दूर किसी वस्तु को कम से कम 20 सेकंड तक देखें। यह आंखों को आराम देता है और फोकसिंग मसल्स को रिलैक्स करता है।
- हर घंटे आंखों को 5 मिनट का ब्रेक दें
- स्क्रीन को आंखों से 18-24 इंच की दूरी पर रखें
- स्क्रीन की ब्राइटनेस और कंट्रास्ट को संतुलित रखें
-
संतुलित आहार लें – आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्व
आंखों की सेहत के लिए केवल बाहरी सावधानी ही नहीं, अंदरूनी पोषण भी जरूरी है। कुछ विशेष पोषक तत्व आंखों की रोशनी को बनाए रखने में मदद करते हैं।
जरूरी पोषक तत्व और उनके स्रोत:
- विटामिन A: गाजर, पालक, शकरकंद, आम
- विटामिन C और E: संतरा, आंवला, नट्स
- ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन: हरी पत्तेदार सब्जियां
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी के बीज, अखरोट, मछली
इन पोषक तत्वों को अपने रोज़ाना के भोजन में शामिल करना आंखों की सेहत को मजबूत बनाता है और उम्र बढ़ने पर भी रोशनी कम नहीं होती।
-
स्क्रीन सेटिंग्स को ऑप्टिमाइज़ करें
स्क्रीन की गलत सेटिंग्स आंखों पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं। इसलिए कुछ जरूरी बदलाव करें:
- ब्लू लाइट फिल्टर ऑन करें: मोबाइल और कंप्यूटर में मौजूद ब्लू लाइट आंखों को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए नाइट मोड या ब्लू लाइट फिल्टर का प्रयोग करें।
- फॉन्ट साइज बड़ा करें: बहुत छोटे अक्षरों को पढ़ना आंखों को थका देता है।
- स्क्रीन की ब्राइटनेस कमरे की लाइट के अनुसार सेट करें: बहुत ज्यादा या बहुत कम ब्राइटनेस दोनों ही नुकसानदायक हैं।
- स्क्रीन पोजीशन सही रखें: स्क्रीन को आंखों के लेवल से थोड़ा नीचे रखें ताकि आंखों पर कम दबाव पड़े।
-
आंखों की एक्सरसाइज करें
जैसे शरीर के लिए व्यायाम जरूरी है, वैसे ही आंखों के लिए भी एक्सरसाइज ज़रूरी होती है। कुछ आसान अभ्यास:
- पामिंग: हथेलियों को आपस में रगड़कर गर्म करें और आंखों पर रखें। इससे थकान दूर होती है।
- रोटेशन एक्सरसाइज: आंखों को क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइज घुमाएं।
- फोकसिंग एक्सरसाइज: पहले नजदीक की वस्तु पर और फिर दूर की वस्तु पर फोकस करें। यह फोकसिंग क्षमता को बढ़ाता है।
दिन में 2-3 बार यह एक्सरसाइज करने से आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और तनाव कम होता है।
-
पर्याप्त नींद और हाइड्रेशन
नींद की कमी आंखों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। पूरी नींद लेने से आंखों की सूजन, डार्क सर्कल और जलन जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।
- रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
- पानी खूब पिएं: आंखों को अंदर से हाइड्रेटेड रखने के लिए दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
ड्रायनेस और रेडनेस की समस्या आमतौर पर शरीर में पानी की कमी के कारण होती है।
निष्कर्ष
डिजिटल युग में स्क्रीन से पूरी तरह दूरी बनाना तो संभव नहीं है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी और नियमित देखभाल से हम अपनी आंखों की रोशनी को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। 20-20-20 नियम, संतुलित आहार, एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद – ये सभी उपाय मिलकर आंखों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
आंखें अनमोल हैं, इन्हें नजरअंदाज न करें। आज से ही इन उपायों को अपनाइए और अपनी आंखों की सेहत का ख्याल रखिए।