हमारे शरीर का हर अंग किसी न किसी रूप में अपनी स्थिति के बारे में संकेत देता है। लेकिन अक्सर हम उन संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। ऐसा ही एक संकेत देने वाला हिस्सा है – नाखून। जी हां, हमारे नाखून सिर्फ सुंदरता या सजावट का हिस्सा नहीं होते, बल्कि ये हमारे स्वास्थ्य, विशेषकर लिवर (यकृत) की स्थिति का भी आईना होते हैं।
लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पाचन, विषैले पदार्थों को बाहर निकालने, ऊर्जा संग्रहण, और कई आवश्यक जैविक प्रक्रियाओं में भाग लेता है। अगर लिवर की कार्यप्रणाली बिगड़ती है तो उसका असर पूरे शरीर पर दिखता है – और इसका एक प्रारंभिक संकेत आपके नाखूनों में नजर आ सकता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कैसे नाखून के बदलाव लिवर की सेहत के बारे में संकेत देते हैं, किन संकेतों पर ध्यान देना चाहिए और कब डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो जाता है।
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पीले नाखून – लिवर की समस्या का पहला संकेत
अगर आपके नाखून सामान्य गुलाबी रंग के बजाय पीले दिखाई दे रहे हैं, तो यह लिवर की बीमारी का संकेत हो सकता है।
पीलेपन का मुख्य कारण शरीर में बिलिरुबिन नामक पिगमेंट का बढ़ना होता है। यह लिवर द्वारा तोड़ा नहीं जा पा रहा होता, जिससे इसका स्तर खून में बढ़ जाता है और उसका असर त्वचा और नाखूनों पर दिखता है।
यह स्थिति जॉन्डिस (पीलिया) की ओर इशारा करती है जो आमतौर पर लिवर की बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस, सिरोसिस या फैटी लिवर के कारण हो सकता है।
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सफेद नाखून (Terry’s nails) – क्रॉनिक लिवर डिजीज की पहचान
यदि आपके नाखून का अधिकांश भाग सफेद हो गया है और केवल सिरा गुलाबी या भूरा दिखता है, तो इसे Terry’s nails कहा जाता है। यह लक्षण क्रॉनिक लिवर डिजीज जैसे सिरोसिस (Cirrhosis) का संकेत हो सकता है।
Terry’s nails में नाखून की सतह लगभग पूरी तरह से रंगहीन हो जाती है, मानो खून का प्रवाह वहां रुका हुआ हो। यह संकेत रक्त प्रवाह की कमी और प्रोटीन स्तर के गिरने की ओर इशारा करता है, जो लिवर की खराब कार्यप्रणाली से जुड़ा है।
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नाखूनों पर काले या भूरे धब्बे – अंदरूनी रक्तस्त्राव या लिवर की खराबी
अगर नाखूनों पर छोटे-छोटे काले या भूरे रंग के धब्बे दिखाई दें, तो यह भी चिंता का विषय हो सकता है। ये धब्बे ब्लड क्लॉटिंग (खून का थक्का जमना) की समस्याओं को दर्शाते हैं, जो अक्सर लिवर खराब होने पर उत्पन्न होती हैं।
लिवर हमारे शरीर में रक्त को जमाने वाले तत्वों (clotting factors) का निर्माण करता है। अगर ये ठीक से नहीं बनते, तो शरीर में बिना किसी चोट के खून बहने या धब्बे पड़ने की समस्या होने लगती है।
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नाखूनों का अधिक भंगुर या मुड़ जाना – पोषण की कमी और लिवर कार्य में गड़बड़ी
यदि आपके नाखून बहुत भंगुर (टूटने वाले), सूखे, या फिर मुड़ने लगे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके लिवर की कार्यप्रणाली ठीक से नहीं हो रही है।
लिवर का कार्य सही न हो तो वह शरीर में पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता, जिससे विटामिन A, D, E और K की कमी हो सकती है। इसके कारण नाखून कमजोर और असमान हो सकते हैं।
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नाखूनों के नीचे लाल या नीला रंग – ऑक्सीजन की कमी या गंभीर लिवर डिजीज का लक्षण
अगर आपके नाखूनों के नीचे की त्वचा लाल, नीली या बैंगनी हो रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक से नहीं हो रहा है।
लिवर की गंभीर बीमारियों में शरीर में फ्लूइड रिटेंशन, खून में ऑक्सीजन की कमी, और हीमोग्लोबिन की असमानता हो सकती है – जिससे यह स्थिति उत्पन्न होती है।
कब करें डॉक्टर से संपर्क?
यदि आपको अपने नाखूनों में निम्नलिखित में से कोई भी लक्षण लगातार नजर आते हैं:
- नाखून पीले, सफेद या भूरे दिखाई देने लगें
- नाखूनों का आकार और बनावट तेजी से बदलने लगे
- नाखूनों के नीचे की त्वचा का रंग बदल जाए
- नाखून बेहद कमजोर हो जाएं और बार-बार टूटने लगें
तो यह लिवर से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत किसी हेपेटोलॉजिस्ट या गैस्ट्रो विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
निष्कर्ष
हमारे नाखून केवल सौंदर्य का प्रतीक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के संकेतक भी हैं। लिवर जैसी महत्वपूर्ण ग्रंथि का स्वास्थ्य बिगड़ने पर शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें नाखून भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यदि हम समय रहते इन छोटे-छोटे लक्षणों को पहचान लें, तो बड़ी बीमारियों से बचाव संभव है। इसलिए नाखूनों के रंग, बनावट और स्थिति पर नियमित ध्यान देना जरूरी है। स्वच्छ जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच से हम अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं — और इसके संकेतों को भी सही समय पर समझ सकते हैं।