विटामिन B12, जिसे कोबालमिन भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए एक अत्यंत आवश्यक विटामिन है। यह विटामिन मुख्य रूप से हमारे तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को मजबूत बनाने, रक्त कोशिकाओं के निर्माण और DNA के संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से थकान, कमजोरी, भूलने की समस्या, चक्कर आना, हाथ-पैरों में झुनझुनी और एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर शाकाहारी लोगों में विटामिन B12 की कमी आम देखी जाती है, क्योंकि यह विटामिन मुख्यतः पशु स्रोतों में पाया जाता है।
हालांकि, अच्छी बात यह है कि विटामिन B12 की कमी को कुछ घरेलू उपायों और खान-पान में बदलाव के माध्यम से प्रभावी तरीके से दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान और प्रभावशाली घरेलू उपाय।
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विटामिन B12 से भरपूर आहार को शामिल करें
सबसे पहला और महत्वपूर्ण उपाय है – अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना जो विटामिन B12 से भरपूर हों।
- दूध और दूध से बने उत्पाद: दूध, दही, पनीर, छाछ जैसे डेयरी उत्पादों में विटामिन B12 की अच्छी मात्रा होती है। रोजाना एक या दो गिलास दूध पीना फायदेमंद हो सकता है।
- अंडा: अंडे की जर्दी (egg yolk) विटामिन B12 का अच्छा स्रोत है। यदि आप अंडा खाते हैं, तो सप्ताह में 3-4 बार अंडे का सेवन करें।
- मछली और चिकन: यदि आप मांसाहारी हैं, तो मछली (विशेषकर टूना और साल्मन), चिकन और रेड मीट से भरपूर मात्रा में B12 प्राप्त कर सकते हैं।
- फोर्टिफाइड फूड्स: आजकल बाजार में ऐसे खाद्य पदार्थ भी उपलब्ध हैं जो विटामिन B12 से युक्त होते हैं जैसे फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल, प्लांट-बेस्ड मिल्क (सोया, बादाम दूध) आदि। ये विशेष रूप से शाकाहारियों के लिए उपयोगी विकल्प हैं।
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अंकुरित अनाज और हरी पत्तेदार सब्जियाँ
हालांकि प्राकृतिक रूप से अंकुरित अनाज और हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन B12 की मात्रा कम होती है, लेकिन ये शरीर की समग्र पौष्टिकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
- अंकुरित मूंग, चना, सोयाबीन जैसे अनाज में मौजूद पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं, जिससे शरीर पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है।
- पालक, मेथी, सरसों, बथुआ जैसी हरी सब्जियाँ फोलिक एसिड और आयरन से भरपूर होती हैं, जो B12 की कमी से उत्पन्न एनीमिया को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
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घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक उपाय
कुछ पारंपरिक घरेलू उपाय भी विटामिन B12 की कमी को दूर करने में सहायक हो सकते हैं:
- आंवला और एलोवेरा जूस: आंवला और एलोवेरा दोनों ही शरीर की पोषण ग्रहण करने की क्षमता को बेहतर बनाते हैं। प्रतिदिन सुबह खाली पेट इनका जूस पीने से लाभ होता है।
- गुड़ और तिल: गुड़ और तिल शरीर में आयरन और अन्य मिनरल्स की आपूर्ति करते हैं, जिससे शरीर का खून बढ़ता है और कमजोरी दूर होती है।
- भीगे हुए बादाम और किशमिश: रोजाना सुबह 5-6 भीगे बादाम और मुट्ठी भर किशमिश खाने से थकान, कमजोरी और खून की कमी दूर हो सकती है।
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तनाव और नींद पर नियंत्रण रखें
विटामिन B12 की कमी का असर केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी होता है। इससे अवसाद, चिंता, चिड़चिड़ापन और नींद की समस्या हो सकती है।
- रोजाना कम से कम 7–8 घंटे की नींद लें।
- योग और ध्यान (मेडिटेशन) को अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि मानसिक तनाव को कम किया जा सके।
- मोबाइल और स्क्रीन का उपयोग सोने से पहले कम करें ताकि नींद की गुणवत्ता बेहतर हो सके।
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आंतों का स्वास्थ्य सुधारें
B12 का अवशोषण शरीर में मुख्य रूप से छोटी आंत के जरिए होता है। यदि आंतें स्वस्थ नहीं हैं, तो शरीर B12 को ठीक से सोख नहीं पाता। इसलिए पाचन तंत्र को मजबूत बनाना आवश्यक है।
- प्रोबायोटिक फूड्स: दही, छाछ और घर में बना अचार आंतों के लिए अच्छे प्रोबायोटिक्स हैं। ये अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और पोषण को अवशोषित करने की क्षमता को सुधारते हैं।
- फाइबर युक्त आहार: साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ पाचन तंत्र को साफ रखने में सहायक होती हैं।
- गुनगुना पानी पीना: दिन भर में पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी पीने से पाचन क्रिया ठीक रहती है।
निष्कर्ष:
विटामिन B12 की कमी एक गंभीर समस्या बन सकती है यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए। दवाइयों और इंजेक्शन के अलावा, घर पर कुछ सरल और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप इस कमी को दूर कर सकते हैं। नियमित संतुलित आहार, सही जीवनशैली, और तनावमुक्त दिनचर्या से आप अपने शरीर को आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स प्रदान कर सकते हैं। यदि लक्षण गंभीर हों या लम्बे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
स्वस्थ शरीर के लिए पोषण से भरपूर जीवनशैली अपनाना ही सबसे बड़ा इलाज है।