भारतीय रसोई में कई पारंपरिक खाद्य संयोजन हैं, जिनमें से एक है गुड़ और चना। यह जोड़ी ना केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद लाभकारी मानी जाती है। प्राचीन समय से ही किसान, मजदूर और स्वास्थ्य के प्रति सजग लोग गुड़ और चना खाते आए हैं। आयुर्वेद में भी इसका उल्लेख मिलता है कि यह संयोजन शरीर को शक्ति, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां लोग तरह-तरह के सप्लीमेंट्स और डाइट फॉलो कर रहे हैं, वहीं गुड़ और चना एक सस्ता, सुलभ और स्वदेशी सुपरफूड है। आइए जानते हैं कि गुड़ और चना क्यों फायदेमंद है, इसे किस समय खाना चाहिए और किन लोगों को विशेष रूप से इसका सेवन करना चाहिए।
गुड़ और चना: पोषक तत्वों का भरपूर स्रोत
गुड़ और चना दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं:
चना:
- प्रोटीन का अच्छा स्रोत
- फाइबर और आयरन से भरपूर
- विटामिन B6, मैग्नीशियम और जिंक की उपस्थिति
- कब्ज से राहत दिलाने वाला
गुड़:
- आयरन का प्राकृतिक स्रोत
- शरीर को डिटॉक्स करने वाला
- ऊर्जा प्रदान करने वाला
- त्वचा और पाचन के लिए लाभकारी
जब ये दोनों मिलते हैं, तो शरीर को भरपूर एनर्जी, ब्लड प्यूरिफिकेशन, और डाइजेशन सपोर्ट एक साथ मिलता है। साथ ही यह संयोजन मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाता है।
गुड़ और चना खाने के स्वास्थ्य लाभ
i) खून की कमी दूर करता है
गुड़ में आयरन की मात्रा अधिक होती है और चने में फॉलिक एसिड तथा अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए यह संयोजन एनीमिया (खून की कमी) से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद लाभदायक है।
ii) मांसपेशियों को बनाता है मजबूत
चना प्रोटीन से भरपूर होता है, जो मसल्स ग्रोथ के लिए जरूरी है। विशेषकर जिम जाने वाले या बॉडीबिल्डिंग में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए यह एक सस्ता और असरदार उपाय है।
iii) पाचन शक्ति बढ़ाता है
चना में फाइबर और गुड़ में पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करने वाले तत्व पाए जाते हैं। इससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
iv) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
गुड़ और चना दोनों में मौजूद मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं, जिससे सर्दी-खांसी, वायरल संक्रमण और मौसमी बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
v) वजन घटाने में मददगार
चना देर से पचने वाला कार्बोहाइड्रेट है जो लंबे समय तक पेट भरा रखता है। गुड़ शरीर में एनर्जी देता है लेकिन वजन नहीं बढ़ाता यदि सीमित मात्रा में खाया जाए। ये संयोजन क्रेविंग को कम करता है और ओवरईटिंग से बचाता है।
गुड़ और चना खाने का सही समय
गुड़ और चना के फायदे तभी मिलते हैं जब इसका सही समय पर सेवन किया जाए:
- सुबह खाली पेट:
रातभर भिगोया गया चना और थोड़ा गुड़ सुबह खाली पेट खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है और दिन भर पेट साफ रहता है। - वर्कआउट के बाद:
वर्कआउट या योग के बाद इसे खाने से मांसपेशियों को पोषण मिलता है और थकान दूर होती है। - सर्दियों में दोपहर के वक्त:
ठंड में गुड़ शरीर को गर्म रखने में मदद करता है। इसलिए दोपहर में थोड़ी मात्रा में सेवन करना लाभकारी होता है।
ध्यान दें: इसे खाने के बाद तुरंत पानी ना पिएं, कम से कम 20-30 मिनट का अंतर रखें।
किसे नहीं खाना चाहिए अधिक मात्रा में?
हालांकि गुड़ और चना बेहद फायदेमंद हैं, लेकिन कुछ लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए:
- डायबिटीज मरीज: गुड़ प्राकृतिक शक्कर होता है, लेकिन फिर भी यह ब्लड शुगर बढ़ा सकता है। ऐसे मरीज चिकित्सक से सलाह लें।
- गैस की समस्या वाले लोग: कुछ लोगों को चना खाने से गैस या ब्लोटिंग हो सकती है, ऐसे में मात्रा कम करें या भुने हुए चने का सेवन करें।
- एलर्जी वाले लोग: यदि किसी को गुड़ या चने से एलर्जी हो तो इसका सेवन न करें।
गुड़ और चना का सेवन कैसे करें?
- भुना हुआ चना और छोटा टुकड़ा गुड़ का सुबह लें।
- भिगोया हुआ चना (रातभर) और कच्चा गुड़ साथ खाएं।
- सर्दियों में गुड़ और चना का लड्डू बनाकर भी सेवन किया जा सकता है।
- बच्चों को भी छोटे टुकड़ों में गुड़ और भुना चना देना लाभकारी होता है।
निष्कर्ष:
गुड़ और चना एक ऐसा पारंपरिक और प्राकृतिक संयोजन है जो न केवल हमारी ऊर्जा को बढ़ाता है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाता है। यह सस्ता, सुलभ और स्वास्थ्यवर्धक उपाय हर आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। लेकिन ध्यान रखें कि इसे सीमित मात्रा में, सही समय पर और शरीर की ज़रूरत के अनुसार ही खाएं।
स्वास्थ्य के लिए अपनाइए देशी उपाय – गुड़ और चना, रोज़ का नाश्ता बनाइए!