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भारत में जब सूर्य देवता अपने तेज से पृथ्वी को तपाने लगते हैं, तब साल का सबसे गर्म समय शुरू होता है – जिसे नौतपा कहा जाता है। यह नौ दिन (अक्सर मई के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर जून के पहले सप्ताह तक) बेहद गर्म होते हैं और वातावरण में तापमान चरम पर पहुंच जाता है। वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक मान्यताओं के अनुसार, यह समय शरीर पर विशेष प्रभाव डालता है, इसलिए इसे अत्यधिक सावधानी और देखभाल की आवश्यकता होती है।

इस अवधि में लू, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, सिर दर्द, पाचन संबंधी समस्याएं, त्वचा पर जलन और थकान जैसी कई समस्याएं आम हो जाती हैं। लेकिन यदि हम इस दौरान अपने खान-पान और जीवनशैली पर ध्यान दें, तो इन परेशानियों से आसानी से बचा जा सकता है।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि नौतपा के समय अपने शरीर का ध्यान कैसे रखा जाए, ताकि गर्मी से बचा जा सके और स्वास्थ्य बना रहे।

  1. पर्याप्त जल सेवन: शरीर को रखें हाइड्रेटेड

नौतपा में शरीर का तापमान बढ़ता है और पसीने के जरिए शरीर से अत्यधिक पानी बाहर निकलता है। इससे डिहाइड्रेशन, थकावट और चक्कर आ सकते हैं। इसलिए सबसे जरूरी है कि दिनभर भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें।

क्या करें:

  • दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी पिएं
  • नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, छाछ, आम पना आदि का सेवन करें
  • बहुत ठंडे या बर्फ वाले पेय से बचें, क्योंकि इससे पाचन पर असर पड़ सकता है

क्या करें:

  • कोल्ड ड्रिंक्स और कैफीन युक्त पेय (जैसे चाय और कॉफी) का अधिक सेवन न करें, ये शरीर को और अधिक डिहाइड्रेट करते हैं
  1. सही आहार: हल्का और ठंडक देने वाला भोजन

गर्मी में भारी, तला-भुना और मसालेदार खाना पचाना मुश्किल होता है। इससे अपच, पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए नौतपा के दौरान संतुलित, हल्का और शीतल प्रभाव वाला आहार लेना चाहिए।

क्या खाएं:

  • खीरा, तरबूज, खरबूजा, लौकी, तुरई, कद्दू जैसी ठंडी सब्जियां और फल
  • दही, छाछ और दाल का पानी जैसे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ
  • साबुत अनाज जैसे जौ, चना और मूंग की दाल

क्या खाएं:

  • मांस, अंडा, तली चीजें, फास्ट फूड और अत्यधिक मिर्च-मसाले वाला भोजन
  1. पर्याप्त आराम और ठंडी जगह पर रहें

नौतपा में थकावट जल्दी होती है, क्योंकि शरीर की ऊर्जा गर्मी को संतुलित करने में लगती है। इसलिए इस समय आराम बहुत जरूरी है।

जरूरी बातें:

  • दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें, क्योंकि इस समय धूप सबसे अधिक तीव्र होती है
  • हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें जो त्वचा को सांस लेने दें
  • कमरे को ठंडा रखने के लिए खिड़कियों पर गीले पर्दे या घास की चटाई (खस) का प्रयोग करें

सुझाव: दोपहर में एक छोटा झपकी लेना शरीर को तरोताजा करता है।

  1. त्वचा और बालों की देखभाल

नौतपा में त्वचा पर टैनिंग, जलन, दाने और रैशेज होना आम समस्या है। इसके अलावा, सिर की गर्मी से बाल झड़ने लगते हैं। इसलिए त्वचा और बालों की विशेष देखभाल करनी चाहिए।

त्वचा के लिए:

  • बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाएं
  • ठंडे पानी से दिन में दो बार चेहरा धोएं
  • गुलाब जल, एलोवेरा और खीरे का फेस पैक लगाएं

बालों के लिए:

  • हफ्ते में दो बार नारियल या आंवला तेल से सिर की मालिश करें
  • धूप में जाते समय सिर को कपड़े से ढकें
  1. योग और ध्यान: शरीर और मन की शांति

नौतपा के समय शारीरिक ऊर्जा में गिरावट और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। ऐसे में हल्का योग, प्राणायाम और ध्यान मन को शांत रखते हैं और शरीर को भीतर से ठंडक देते हैं।

योगासन जो गर्मी में लाभकारी हैं:

  • शीतली प्राणायाम
  • शवासन
  • भ्रामरी प्राणायाम
  • बालासन

इन योगों से मानसिक शांति मिलती है, पाचन सुधरता है और शरीर की गर्मी नियंत्रित रहती है।

निष्कर्ष

नौतपा का समय प्रकृति की तपस्या की तरह होता है, जो शरीर को निखारने और शुद्ध करने का भी एक अवसर है — यदि हम सावधानी बरतें और सही जीवनशैली अपनाएं। जल, आहार, आराम और ध्यान के माध्यम से हम इस गर्मी को भी सहजता से पार कर सकते हैं।

याद रखें, गर्मी को मात देने के लिए आपको अपने शरीर से प्रेम करना होगा – सही खानपान, पर्याप्त पानी, आराम और आत्म-देखभाल से। तो इस नौतपा में अपनाइए ये सरल उपाय और रखिए अपने शरीर और मन को पूरी तरह सुरक्षित और ताजगी भरा।

 

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