बच्चों के शरीर से गंध आना क्यों चिंता का विषय है?
अक्सर माता-पिता यह देखकर परेशान हो जाते हैं कि उनके बच्चे के शरीर से अचानक अजीब या अप्रिय गंध आने लगी है। आमतौर पर हम ऐसी गंध को पसीने, गंदगी या सफाई की कमी से जोड़ते हैं, लेकिन जब यह समस्या बच्चों में देखने को मिलती है, तो यह सामान्य नहीं मानी जाती। यह संकेत हो सकता है कि शरीर में कुछ असामान्य हो रहा है, जिसे नज़रअंदाज़ करना नुकसानदायक हो सकता है।
गंध के संभावित कारण
बच्चों के शरीर से गंध आने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, हार्मोनल बदलाव शुरू होते हैं जिससे पसीना और उसमें मौजूद प्रोटीन त्वचा के बैक्टीरिया से मिलकर दुर्गंध उत्पन्न करते हैं। खराब हाइजीन, गलत खान-पान, समय से पहले प्यूबर्टी आना या कुछ दुर्लभ बीमारियाँ जैसे ट्राइमिथाइलअमिन्यूरिया (Fish Odor Syndrome) भी इसके कारण हो सकते हैं।
शरीर के कौन-से हिस्सों से आती है गंध?
गंध का स्थान भी यह समझने में मदद करता है कि समस्या क्या है। बगल से गंध आना पसीने और गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है। मुंह की दुर्गंध खराब ओरल हाइजीन या टॉन्सिल संक्रमण से होती है। पैरों में बदबू गंदे मोजे और फंगल इन्फेक्शन से आती है, जबकि सिर से गंध आने का कारण गंदे बाल या स्कैल्प की सफाई न होना हो सकता है।
घरेलू उपाय और साफ-सफाई के तरीके
बच्चों को रोज़ नहलाएं, खासकर गर्मियों में। गुनगुने पानी में नीम या बेकिंग सोडा मिलाकर स्नान कराएं। साफ कपड़े पहनाएं और डाइट में फल, सब्जियाँ और पानी शामिल करें। रासायनिक डिओडरेंट की जगह प्राकृतिक विकल्प जैसे नींबू या एलोवेरा चुनें। उनके सोने की जगह, तकिए और चादरें भी समय-समय पर धोते रहें।
कब डॉक्टर से सलाह लें?
यदि गंध बहुत तेज़ हो, त्वचा पर चकत्ते या घाव हों, बच्चा थका-थका लगे या गंध के साथ अन्य लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। यह किसी हार्मोनल या मेटाबॉलिक समस्या का संकेत हो सकता है, जिसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
बच्चों में सफाई की आदत कैसे डालें?
बच्चों को नहाने, ब्रश करने और हाथ धोने की महत्ता प्यार से समझाएं। उन्हें खुद के कपड़े और शरीर की देखभाल करने की जिम्मेदारी देना शुरू करें। यदि वे पसीने या गंध की शिकायत करें, तो उन्हें गंभीरता से लें और सहयोग करें।