बिजली हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है, लेकिन इसका असावधानी से उपयोग जानलेवा साबित हो सकता है। करंट लगना (Electric Shock) एक आम लेकिन बेहद खतरनाक दुर्घटना है, जो कभी भी और किसी को भी हो सकती है — विशेषकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को।
जब किसी व्यक्ति को बिजली का झटका लगता है, तो शरीर सुन्न हो सकता है, मांसपेशियाँ जकड़ सकती हैं और यदि समय पर उचित कदम न उठाए जाएँ तो जान का खतरा भी हो सकता है। कई बार लोग इनवर्टर लाइन (Inverter Supply) को सुरक्षित मान लेते हैं, लेकिन इसमें भी गंभीर खतरा हो सकता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि करंट लगने की स्थिति में बच्चों और बड़ों को क्या करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
1. करंट लगने पर सबसे पहले क्या करें?
जब किसी को बिजली का करंट लगे, तो घबराने की बजाय शांत दिमाग से काम लेना चाहिए। नीचे दिए गए कदम तुरंत उठाएं:
- बिजली की आपूर्ति बंद करें: सबसे पहले मेन स्विच या MCB (Main Circuit Breaker) को बंद करें ताकि बिजली की आपूर्ति पूरी तरह रुक जाए। अगर इनवर्टर चालू है, तो उसकी सप्लाई भी बंद करें।
- किसी लकड़ी की छड़ी या सूखे कपड़े से पीड़ित को अलग करें: सीधे हाथ न लगाएं, क्योंकि आप भी करंट की चपेट में आ सकते हैं।
- मरीज़ को सुरक्षित स्थान पर लाएं: जब बिजली कट जाए और व्यक्ति छूट जाए, तब उसे खुली हवा में लिटाएं।
- EMERGENCY नंबर (जैसे 108 या 102) पर कॉल करें: यदि व्यक्ति बेहोश है या साँस नहीं ले रहा है, तो तुरंत एम्बुलेंस बुलाएँ।
- CPR दें (यदि प्रशिक्षित हों): यदि साँस और हृदय गति बंद हो गई है, तो कार्डियोपल्मोनरी रेससिटेशन (CPR) देना आवश्यक है।
2. बच्चों के लिए विशेष सावधानियाँ
बच्चे सबसे अधिक जोखिम में होते हैं क्योंकि वे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ खेलना पसंद करते हैं और बिजली के खतरों से अनजान होते हैं। इसलिए उनके लिए विशेष सतर्कता जरूरी है:
- सॉकेट कवर लगाएं: घर में इस्तेमाल न हो रहे सभी बिजली सॉकेट पर कवर लगाएं ताकि बच्चे उसमें कुछ न डाल सकें।
- केबल्स और तारों को छुपाकर रखें: खुले तारों को लपेट कर सुरक्षित स्थान पर रखें।
- इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों का चयन सोच-समझकर करें: केवल ISI मार्क वाले प्रमाणित और बैटरी से चलने वाले खिलौनों का ही प्रयोग करें।
- शिक्षा दें: बच्चों को प्रारंभिक स्तर पर बिजली के खतरों और उससे होने वाली दुर्घटनाओं की जानकारी दें।
3. बड़ों के लिए सुझाव और सावधानियाँ
बड़ों को अक्सर घर की बिजली व्यवस्था और उपकरणों की मरम्मत करते समय करंट लगने का खतरा होता है। नीचे कुछ सावधानियाँ दी गई हैं:
- गीले हाथों से बिजली उपकरण न छुएं: हमेशा सूखे हाथों से ही स्विच, प्लग या तारों को छुएं।
- इंसुलेटेड उपकरणों का इस्तेमाल करें: वायरिंग या मरम्मत के समय रबर के दस्ताने और इंसुलेटेड टूल्स का प्रयोग करें।
- इनवर्टर लाइन को हल्के में न लें: कई बार लोग सोचते हैं कि इनवर्टर की सप्लाई में करंट नहीं लगता, जबकि हकीकत यह है कि वह भी खतरनाक हो सकता है। इनवर्टर की लाइन से भी बिजली का झटका लग सकता है।
- इलेक्ट्रिशियन से ही काम करवाएं: यदि आप प्रशिक्षित नहीं हैं, तो बिजली से संबंधित किसी भी काम को खुद करने की बजाय पेशेवर से करवाएं।
4. इनवर्टर लाइन के खतरे और सावधानियाँ
इनवर्टर एक वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत है, लेकिन इसकी लाइन से भी करंट लग सकता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इनवर्टर भी उतना ही खतरनाक हो सकता है जितना कि सामान्य बिजली सप्लाई।
- इनवर्टर बंद करें: दुर्घटना के समय तुरंत इनवर्टर का पावर स्विच ऑफ करें।
- इनवर्टर वायरिंग को मुख्य वायरिंग से अलग रखें: दोनों को ठीक से लेबल करें ताकि भ्रम न हो।
- बैटरी के साथ भी सावधानी बरतें: इनवर्टर बैटरियाँ भी करेंट प्रवाहित कर सकती हैं, खासकर यदि तारें ढीली या गीली हों।
निष्कर्ष
करंट लगना एक गंभीर दुर्घटना है, लेकिन सही समय पर सतर्कता और जानकारी के साथ हम बड़ी हानि से बच सकते हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके खेलने के क्षेत्र से सभी बिजली उपकरण हटा देने चाहिए और बड़ों को चाहिए कि बिजली से जुड़े किसी भी कार्य को करते समय आवश्यक सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें।
इनवर्टर को भी उतनी ही गंभीरता से लें जितनी मुख्य बिजली सप्लाई को। याद रखें — सावधानी में ही सुरक्षा है।
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