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कुत्तों से जुड़ी घटनाएं आमतौर पर काटने तक सीमित मानी जाती हैं, लेकिन बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि यदि कोई कुत्ता पंजा मार दे, तो क्या उससे भी रेबीज (Rabies) होने का खतरा हो सकता है?
यह सवाल बेहद अहम है क्योंकि रेबीज एक घातक और जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों से इंसानों में फैल सकती है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि कुत्ते द्वारा पंजा मारने से कितनी आशंका रहती है, किन परिस्थितियों में खतरा हो सकता है, और उससे कैसे बचा जा सकता है।

रेबीज क्या है और कैसे फैलता है?

रेबीज एक वायरल संक्रमण है जो रैबडोवायरस (Rabies virus) नामक वायरस से होता है। यह वायरस मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और यदि समय पर इलाज न हो तो यह लगभग हमेशा जानलेवा साबित होता है।

यह कैसे फैलता है:

  • आमतौर पर यह वायरस संक्रमित जानवर के लार के ज़रिए फैलता है।
  • काटने पर वायरस सीधा शरीर में प्रवेश करता है।
  • नाखून या पंजा मारने की स्थिति में भी अगर जानवर के पंजे पर लार लगी हो और स्किन पर कट या खरोंच हो जाए, तो रेबीज का खतरा हो सकता है।

क्या कुत्ते के पंजा मारने से रेबीज हो सकता है?

संभावना है या नहीं – यह इस पर निर्भर करता है:

  • अगर कुत्ते ने पंजा मारा और स्किन पर खरोंच या कट लग गया है, तो जोखिम हो सकता है।
  • यदि कुत्ते का पंजा या नाखून संक्रमित लार से सना हुआ हो, तो वायरस त्वचा के ज़ख्म से शरीर में जा सकता है।
  • यदि खरोंच सतही (superficial) है और त्वचा नहीं फटी, तो संभावना कम है, लेकिन साफ-सफाई बेहद ज़रूरी है।

विशेष ध्यान दें:

  • बावर्चीखाने या खेलते समय कुत्ते के पंजे में लार लगना आम बात हो सकती है।
  • यदि कुत्ता रेबीज से ग्रसित है, तो उसकी लार में वायरस होता है और यह पंजे पर भी लग सकता है।
  • इसलिए, किसी भी खरोंच को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।

खतरे को कैसे पहचानें: लक्षण और समयसीमा

यदि शरीर में रेबीज का वायरस प्रवेश करता है, तो इसके लक्षण एक से तीन महीने के अंदर सामने आ सकते हैं, हालांकि कुछ मामलों में यह कुछ दिनों में भी दिख सकते हैं।

प्रारंभिक लक्षण:

  • खरोंच या जख्म के आसपास झनझनाहट या जलन
  • बुखार, थकावट, सिर दर्द
  • चिंता और बेचैनी

बढ़ते हुए लक्षण:

  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • पानी या हवा से डर (Hydrophobia, Aerophobia)
  • भ्रम, आक्रामकता
  • लकवा और मृत्यु

अगर एक बार लक्षण उभरने लगे, तो इलाज संभव नहीं होता। इसीलिए प्रारंभिक चरण में रोकथाम ही एकमात्र उपाय है।

क्या करना चाहिए अगर कुत्ता पंजा मार दे?

यदि खरोंच हुआ है, तो तुरंत करें ये कदम:

  1. खरोंच को बहते पानी और साबुन से कम से कम 10-15 मिनट तक धोएं।
  2. एंटीसेप्टिक (जैसे povidone iodine) लगाएं।
  3. निकटतम अस्पताल जाकर डॉक्टर से परामर्श लें।
  4. यदि कुत्ता आवारा या अज्ञात है, तो डॉक्टर आपको एंटी-रेबीज वैक्सीन (ARV) और संभवतः रैबीज इम्यूनोग्लोब्युलिन (RIG) लेने की सलाह देंगे।
  5. यदि कुत्ता पालतू है, तो देखें कि क्या वह वैक्सीनेटेड है और उसे निगरानी में रखें।

खास ध्यान दें:

  • यदि आपकी त्वचा पर पहले से कोई कट या घाव है और कुत्ते ने उसी पर पंजा मारा है, तो खतरा और अधिक हो सकता है।
  • हमेशा “Better safe than sorry” की नीति अपनाएं।

बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है

बचाव के तरीके:

  • पालतू कुत्तों को समय पर टीका लगवाएं
  • बच्चों को सिखाएं कि किसी भी अनजान या आक्रामक कुत्ते के पास न जाएं।
  • गलियों या पार्क में आवारा कुत्तों से दूरी बनाए रखें।
  • यदि किसी कुत्ते में अजीब व्यवहार जैसे अचानक आक्रामकता, बार-बार झाग निकलना या पानी से डर दिखे, तो तुरंत नगरपालिका या पशु नियंत्रण टीम को सूचना दें।

निष्कर्ष:

कुत्ते द्वारा पंजा मारे जाने की घटना को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, खासकर जब उससे खरोंच या त्वचा पर कट लग जाए। यदि कुत्ते की लार संक्रमित थी, तो रेबीज का खतरा वास्तविक हो सकता है। इसलिए सबसे अच्छा तरीका यही है कि समय रहते घाव की सफाई करें, डॉक्टर से परामर्श लें और ज़रूरत पड़ने पर वैक्सीनेशन करवाएं।
सावधानी, जागरूकता और समय पर कदम उठाना ही हमें इस जानलेवा बीमारी से बचा सकता है।

स्वस्थ रहें, सतर्क रहें।

 

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