हम में से कई लोगों को यह समस्या होती है कि जैसे ही थोड़ा सा भी पानी पीते हैं, तुरंत या बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है। कुछ लोग इसे सामान्य मानते हैं तो कुछ इसे नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आदत कहीं किसी गंभीर बीमारी का लक्षण तो नहीं? बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination) एक आम समस्या जरूर है, लेकिन यदि यह बार-बार और बिना किसी स्पष्ट कारण के हो रहा है, तो यह आपके शरीर के अंदर चल रही किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि बार-बार पेशाब आने के क्या कारण हो सकते हैं, किन बीमारियों से यह जुड़ा हो सकता है, और इसे कब गंभीरता से लेना चाहिए।
बार-बार पेशाब आना: सामान्य या असामान्य?
पानी पीने के बाद पेशाब आना सामान्य है क्योंकि शरीर अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालता है। लेकिन जब यह आदत जरूरत से ज्यादा हो जाए, यानी दिन में 8-10 बार से भी ज्यादा पेशाब जाना पड़े, या रात में भी 2-3 बार उठकर टॉयलेट जाना पड़े, तो यह असामान्य माना जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बार-बार पेशाब आना तब चिंता का कारण बन सकता है जब:
- पानी की मात्रा सामान्य है लेकिन फिर भी पेशाब बार-बार आता है
- पेशाब करते समय जलन, दर्द या जलन महसूस होती है
- पेशाब का रंग बहुत हल्का या बहुत गाढ़ा हो
- अचानक बहुत ज्यादा प्यास लगती है और साथ ही पेशाब बार-बार आता है
- नींद के दौरान 2 बार से ज्यादा टॉयलेट जाना पड़ता है
इसके पीछे हो सकती हैं ये बीमारियाँ
(क) मधुमेह (डायबिटीज)
बार-बार पेशाब आने का सबसे सामान्य कारण डायबिटीज हो सकता है। जब शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है, तो किडनी इसे फिल्टर करके शरीर से बाहर निकालने लगती है, जिससे बार-बार पेशाब आता है। अगर साथ में प्यास ज्यादा लग रही है, थकान महसूस हो रही है और वजन घट रहा है, तो तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट करवाएं।
(ख) मूत्र tract संक्रमण (UTI)
यूटीआई खासकर महिलाओं में एक आम समस्या है, जिसमें पेशाब बार-बार आता है, जलन होती है और पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है। यदि इस तरह के लक्षण नजर आएं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
(ग) प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या (पुरुषों में)
पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना भी बार-बार पेशाब आने का कारण बन सकता है। यह खासकर उम्रदराज पुरुषों में देखा जाता है। पेशाब करते समय रुक-रुक कर आना, पूरी तरह पेशाब न हो पाना, या बार-बार टॉयलेट जाना इसके संकेत हो सकते हैं।
(घ) अधिक मात्रा में कैफीन या शराब का सेवन
अगर आप दिनभर में कई बार चाय, कॉफी या शराब पीते हैं, तो यह मूत्राशय को उत्तेजित कर सकता है, जिससे पेशाब बार-बार आता है। इन पेय पदार्थों में डाइयूरेटिक तत्व होते हैं, जो शरीर में पानी की मात्रा को कम करके बार-बार पेशाब के लिए प्रेरित करते हैं।
यह आदत भी हो सकती है कारण
कभी-कभी बार-बार टॉयलेट जाना कोई गंभीर समस्या नहीं बल्कि एक आदत बन जाती है। कुछ लोग अनजाने में यह आदत बना लेते हैं कि थोड़ा-सा पानी पीते ही टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होती है। कई बार यह मानसिक तनाव, एंग्जायटी या ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम (OAB) की वजह से भी हो सकता है।
घरेलू उपाय और बचाव के तरीके
यदि बार-बार पेशाब आना किसी गंभीर कारण से नहीं है, तो आप कुछ घरेलू उपायों और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित कर सकते हैं:
- पानी पीने का सही समय तय करें: एक साथ बहुत सारा पानी न पिएं, बल्कि दिनभर में थोड़ा-थोड़ा करके पिएं।
- कैफीन और शराब से परहेज करें: दिन में चाय, कॉफी और सॉफ्ट ड्रिंक्स की मात्रा सीमित करें।
- पेल्विक एक्सरसाइज करें: Kegel एक्सरसाइज से मूत्राशय की पकड़ मजबूत होती है और बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत मिलती है।
- तनाव कम करें: मानसिक तनाव भी इस समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए ध्यान, योग और पर्याप्त नींद जरूरी है।
- टॉयलेट शेड्यूल अपनाएं: हर 2-3 घंटे में नियमित रूप से टॉयलेट जाने की आदत डालें, चाहे जरूरत महसूस हो या नहीं।
कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
यदि बार-बार पेशाब आने के साथ अन्य लक्षण भी नजर आ रहे हैं, जैसे:
- बुखार
- पेशाब में खून
- तेज पेट दर्द
- शरीर में थकान और कमजोरी
- बहुत अधिक प्यास या वजन घटने जैसे संकेत
तो बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श लें। सही समय पर जांच और इलाज से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष
पानी पीने के बाद बार-बार पेशाब आना हमेशा सामान्य नहीं होता। यह शरीर के अंदर चल रहे किसी गंभीर रोग की ओर इशारा भी हो सकता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करने की बजाय समय रहते कारण जानना और उचित उपचार कराना जरूरी है। यदि यह समस्या लगातार बनी हुई है, तो डॉक्टर से जांच कराना ही सबसे बेहतर विकल्प है। याद रखें, छोटी-सी लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है।
स्वस्थ जीवन के लिए सजग रहना ही सबसे बड़ा उपाय है।