Breaking News

कोविड-19 के बाद भारत में एक और संक्रामक बीमारी ने दस्तक दी है—हेपेटाइटिस-ए। केरल के मुबत्तुपुझा क्षेत्र, विशेष रूप से आवोली पंचायत और आसपास के इलाकों में इस संक्रमण के मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 30 मई 2025 को पहला मामला सामने आया था। अब तक लगभग 50 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। चूंकि हेपेटाइटिस-ए का इन्क्यूबेशन पीरियड 2 से 6 सप्ताह तक होता है, इसलिए आने वाले दिनों में और अधिक मामले सामने आने की संभावना है।

संक्रमण कैसे फैला?

जांच में सामने आया है कि अधिकांश मरीजों ने 3 मई को आवोली पंचायत के नदुक्करा वार्ड में एक शादी समारोह में भाग लिया था। इस समारोह में करीब 150 लोग शामिल हुए थे, जिनमें से कई आवोली, मंजल्लूर, अरकूझा, इडुक्की और अलप्पुझा जिलों से थे।

स्वास्थ्य अधिकारियों को संदेह है कि इस समारोह में परोसे गए प्रदूषित भोजन और पानी की वजह से ही संक्रमण फैला।

क्या है हेपेटाइटिस-ए?

हेपेटाइटिस-ए एक संक्रामक लिवर इन्फेक्शन है, जो हेपेटाइटिस ए वायरस (HAV) के कारण होता है। यह बीमारी आमतौर पर प्रदूषित भोजन, पानी या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है। वायरस लिवर में सूजन पैदा करता है और उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।

हेपेटाइटिस-ए के लक्षण (Symptoms of Hepatitis A)

इस बीमारी के लक्षण कुछ दिनों या हफ्तों के भीतर दिखाई देते हैं। इनमें शामिल हैं:

•बुखार

•भूख न लगना

•दस्त या लूज मोशन

•थकान और कमजोरी

•पेट में दर्द या असहजता

•गाढ़ा रंग का पेशाब

•पीलिया (आंखों और त्वचा का पीला होना)

•जोड़ो में दर्द

•त्वचा में खुजली

हर व्यक्ति में ये लक्षण नहीं दिखते। कई बार लक्षण हल्के होते हैं और कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में लक्षण कई महीनों तक बने रह सकते हैं और गंभीर बीमारी का रूप ले सकते हैं।

हेपेटाइटिस-ए से बचाव के उपाय (Prevention Tips)

टीकाकरण (Vaccination):

हेपेटाइटिस-ए का टीका संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रभावी तरीका है। यह दो खुराकों में दिया जाता है—पहली डोज के कुछ महीनों बाद बूस्टर डोज लगती है। यह टीका बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपलब्ध है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें:

•शौचालय का उपयोग करने के बाद और खाना बनाने या खाने से पहले हाथ अच्छी तरह धोएं।

•बाजार में बिक रहे कटे हुए फल या खुले भोजन से बचें।

•कच्चे मांस और मछली को ठीक से पकाकर ही खाएं।

•फल और सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही उपयोग करें।

•साफ और फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।

•यौन संबंधों के दौरान सुरक्षा उपाय अपनाएं।

डब्ल्यूएचओ की चेतावनी और रिकवरी (WHO’s Insight and Recovery)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अधिकांश लोग हेपेटाइटिस-ए से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं और उन्हें आजीवन प्रतिरोधक क्षमता (lifelong immunity) प्राप्त होती है।

हालांकि, कुछ दुर्लभ मामलों में यह बीमारी फुलमिनेंट हेपेटाइटिस का रूप ले सकती है, जिसमें लिवर पूरी तरह फेल हो सकता है और मरीज की जान भी जा सकती है।

सरकारी कार्रवाई और जागरूकता अभियान

केरल सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच कैंप, पानी की शुद्धता की जांच, और टीकाकरण अभियान तेज कर दिए हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि यदि वे लक्षण महसूस करें तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच कराएं और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भोजन से बचें।

निष्कर्ष (Conclusion)

कोविड-19 के बाद हेपेटाइटिस-ए जैसे संक्रमणों का फैलना एक गंभीर चेतावनी है कि साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुरक्षा को किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

समाज के हर व्यक्ति को चाहिए कि वह व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखे, सार्वजनिक जलस्रोतों की निगरानी करे और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करे। केवल जागरूकता और सतर्कता से ही हम ऐसे संक्रमणों को रोक सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *